पैरा बैडमिंटन के कोच को मिला पदम श्री:राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने गौरव खन्ना को किया सम्मानित, दिव्यांग खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने पर मिला पुरस्कार
भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम के कोच गौरव खन्ना को पदम श्री पुरस्कार से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया है। गुरुवार को आयोजित हुए कार्यक्रम में सम्मान मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बधाई दी है। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा प्रशिक्षित खिलाड़ी विश्व स्तर पर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। बैडमिंटन खिलाड़ियों को विश्व चैंपियन बनाने पर मिला पुरस्कार लखनऊ के रहने वाले गौरव खन्ना बतौर पैरा बैडमिंटन कोच खिलाड़ियों को विश्व चैंपियन बनाने का काम कर रहे हैं। उनके द्वारा प्रशिक्षित खिलाड़ी पैरा बैडमिंटन में ओलिंपिक पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। इनके नाम द्रोणाचार्य पुरस्कार भी है। कोच के रूप में यह खिलाड़ियों की सुविधा को निखारने क काम कर रहे। इनके प्राशिक्षित खिलाड़ी राजकुमार, मनोज सोनकर, प्रमोद भगत ने अर्जुन अवार्ड जीते हैं। सड़क हादसे से हुए विकलांग साल 2000 में एक सड़क हादसे में गौरव आंशिक रूप से दिव्यांग हो गए थे, लेकिन उन्होंने ट्रेनिंग जारी रखी। इसमें उनकी पत्नी ने पूरा साथ दिया। अपनी ट्रेनिंग और हिम्मत के चलते उन्होंने वर्ष 2004 में स्पेशल बच्चों को प्रशिक्षित करना शुरू कर दिया। साल 2011 एशिया मूक बधिर चैंपियनशिप में वह एशियन टीम के कोच चुने गए। वर्ष 2014 में वह भारतीय पैरालिंपिक कमेटी की ओर से टीम इंडिया के कोच चुने गए। विकलांग एथलीटों को समर्पित है अकेडमी गौरव खन्ना ने बताया कि यश भारती, गुरु गोविंद सिंह पुरस्कार विजेता, मार्क ऑफ एक्सीलेंस पुरस्कार से यूपी सरकार द्वारा भी सम्मानित किया गया है। उन्होंने विकलांग एथलीटों को समर्पित देश की पहली पैरा बैडमिंटन अकादमी खोली है, जहां पोलियो प्रभावित, श्रवण बाधित, दुर्घटना में घायल, व्हील चेयर पर घायल सेना के जवान, बौने, न्यूरो विकलांग एथलीट आदि सहित सभी श्रेणी के एथलीट को निशुल्क प्रशिक्षण लेते हैं। घर का नाम द्रोण पैरालिंपिक हाउस है। इनके कोचिंग में भारतीय पैरा बैडमिंटन टीम ने 2015 से एशियाई पैरा खेलों, विश्व चैंपियनशिप और टोक्यो पैरालिंपिक सहित बैडमिंटन विश्व महासंघ द्वारा मान्यता प्राप्त अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 871 पदक (239 स्वर्ण, 247 रजत और 385 कांस्य) जीते हैं। वह अपनी सफलता का श्रेय परिवार को देते हैं।