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Automobile Care Ideas : जो रखते हैं इन 5 बातों का ख्‍याल, सदा चकाचक रहती है उनकी कार, तेल भी खाती है कम


हाइलाइट्स

गाड़ी को जब भी घर में खड़ी करें तो उस पर कवर लगाएं.
कार की सर्विसिंग का हमेशा ध्‍यान रखें और समय पर करवाएं.
कोई भी पुर्जा ढीला न होने दे और समय पर मरम्‍मत कराएं.

नई दिल्‍ली. अपनी गाड़ी को अच्‍छी रनिंग कंडिशन में में रखना जरूरी है. इसके दो फायदे हैं. पहला ये कि कार चलाने में परेशानी नहीं आएगी, गाड़ी अधिक माइलेज देगी और टनाटन गाड़ी में यात्रा करना सुरक्षित भी रहेगा. दूसरा फायदा ये है कि अगर आप अपनी कार को बेचने जाते हैं तो आपकी कार की अच्‍छी कीमत आपको मिलेगी.

अगर आप चाहते हैं कि आपकी गाड़ी सालों-साल नई जैसे ही चले और मेंटनेंस पर आपको कम खर्च करना पड़े तो आपको कुछ मूलभूत‍ बातों पर ध्‍यान देना होगा. गाड़ी के रखरखाव से संबंधित कुछ छोटी-छोटी चीजों पर ध्‍यान देने से गाड़ी खराब भी नहीं होती और हमेशा नई जैसी दिखती है.

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हमेशा ढककर खड़ी करें
गाड़ी को जब भी घर में खड़ी करें तो उसे अच्‍छी क्‍वालिटी के कवर से ढककर रखें. इससे गाड़ी पानी और दाग धब्‍बों से बची रहेगी. न जंग लगेगा और न ही गाड़ी का रंग फीका होगा. इससे गाड़ी देखने में हमेशा नई जैसी लगेगी. गाड़ी के पेंट को नया जैसे रखने के लिए साल में कम से कम तीन बार वैक्‍स पॉलिस जरूर करें.

इंजन ऑयल करते रहें चेक
इंजन ऑयल कम होने पर इंजन में घर्षण ज्‍यादा होता है. इससे इंजन लाइफ तो घटती ही है, साथ ही गाड़ी के सीज होने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए गाड़ी के इंजन ऑयल को हमेशा चेक करते रहें.

टाइमिंग और ड्राइव बैल्‍ट बदलें
गाड़ी की ड्राइव बैल्‍ट और टाइमिंग बैल्‍ट का सही होना बहुत जरूरी है. बेल्‍ट अगर घिसी हुई होगी या उसमें कट होंगे तो इससे इंजन पर लोड तो पड़ेगा ही, गाड़ी स्‍मूथ चलेगी भी नहीं. इसलिए इन दोनों को कुछ अंतराल पर चेक करते रहना चाहिए. अगर ये घिस चुके हैं या टूट चुके हैं तो इन्‍हें बदल दें.

छोटे सफर से बचें
अगर आपको थोड़ी दूर जाना है तो कार ले जाने से बचें. शॉर्ट ट्रिप में जहां ज्‍यादा तेल की खपत होती है, वहीं गाड़ी को नुकसान होता है और इसकी लाइफ कम होती है. सर्दियो में छोटी ट्रिप से ज्‍यादा नुकसान होता है, क्‍योंकि ऑयल पूरी तरह गर्म होकर पिघलता नहीं है. इससे पुर्जों में घर्षण ज्‍यादा होता है.

AC का रखें ख्‍याल
एयर कंडीशनिंग सिस्टम से हर साल लगभग 10 प्रतिशत फ्रीजिंग एजेंट उड़ जाते हैं. अगर पर्याप्‍त मात्रा में केमिकल नहीं होगा तो इससे कंप्रेसर को नुकसान हो सकता है. हर तीन साल में सिस्टम की जांच करा लेनी चाहिए और घिसे हुए ब्‍लोअर को बदल देना चाहिए.

Tags: Auto Information, Automobile

FIRST PUBLISHED : February 25, 2024, 15:59 IST

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