दुनिया की सबसे खतरनाक मोटरसाइकिल रेस, शुरू होते ही शहर में लग जाता है लाॅकडाउन, गोली की रफ्तार से भागती हैं बाइक्स
हाइलाइट्स
आइल ऑफ मैन टीटी सबसे ज्यादा जोखिम भरा बाइक रेस है.
300 से ज्यादा की रफ्तार पर रेस लगाती हैं बाइक्स.
रेस शुरू होते ही शहर में बन जाती है लाॅकडाउन की स्थिती.
Deadliest Bike Race: कहा जाता है कि सैकड़ों साल पहले मोटरसाइकिल के कुछ शौक़ीन लोगों ने मोटर बाइक रेस की शुरूआत की थी. बाद में दुनियाभर में मोटरसाइकिल रेस की लोकप्रियता बढ़ने लगी तो इसे मोटरस्पोर्ट के रूप में पहचान मिली. आज दुनिया के कई देशों में मोटरसाइकिल रेसिंग का आयोजन एक बड़े स्पोर्ट्स इवेंट के तौर पर किया जाता है. भारत में भी पिछले साल मोटो जीपी रेस का आयोजन किया गया था जिसने दुनियाभर के लोगों का ध्यान आकर्षित किया. आमतौर पर मोटरस्पोर्ट रेस के लिए खासतौर पर ट्रैक तैयार की जाती है. इसमें राइडर की सेफ्टी का पूरा ध्यान रखा जाता है. ट्रैक ऐसा होता है कि रेसर के बाइक से गिरने पर भी उसे ज्यादा चोट नहीं लगती. हालांकि, यहां हम एक ऐसे मोटरसाइकिल रेस इवेंट के बारे में बताने वाले हैं जिसमें न ही स्पीड की कोई लिमिट है और न ही इसके लिए कोई स्पेशल ट्रैक.
“आइल ऑफ मैन – टूरिस्ट ट्रॉफी” (Isle Of Man – TT) के नाम से लोकप्रिय इस मोटरसाइकिल रेस को दुनिया के सबसे खतरनाक मोटरस्पोर्ट के रूप में जाना जाता है. यह रेस खतरनाक इसलिए है क्योंकि इसे किसी ट्रैक पर नहीं बल्कि खुली सड़कों पर आयोजित किया जाता है. सिर्फ इतना ही नहीं यह रेस एक ऐसी जगह होती है जिसमें खतरा ही खतरा है और एक छोटी-सी चूक रेसर की जान ले बैठती है.
इस रेस में अबतक 150 से ज्यादा रेसर जान गंवा चुके हैं.
टापू में होती है हैरतंगेज रेस
“आइल ऑफ मैन – टूरिस्ट ट्रॉफी” को शुरू हुए 100 साल से भी ज्यादा हो गए हैं. इस रेस की शुरुआत 1907 में कुछ ब्रिटिश मोटरसाइकिल प्रेमियों ने की थी. दरअसल, “आइल ऑफ मैन” यूनाइटेड किंगडम के आयरिश समुद्र क्षेत्र में स्थित एक टापू देश है. यह अपने यहां होने वाले रोमांचक रेस के वजह से ही दुनिया के सामने उभरा. समय के साथ इस मोटरसाइकिल रेस से ज्यादा लोग जुड़ने लगे तो इसे एक वार्षिक मोटरस्पोर्ट इवेंट का रूप दे दिया गया. अब यह रेस हर साल मई-जून के महीने में आयोजित होता है. इस रेस को ‘टूरिस्ट ट्रॉफी’ इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह इस आइलैंड देश में टूरिज्म का मुख्य श्रोत है और हर साल लाखों लोग इसे देखने आते हैं. यह इवेंट आज दुनियाभर से बाइक रेसरों को आकर्षित कर रहा है.
रेस शुरू होते ही सड़कें लोगों से हो जाती है खाली.
पूरे शहर में लग जाता है लॉकडाउन
आइल ऑफ मैन – टूरिस्ट ट्रॉफी अन्य मोटरस्पोर्ट से अलग और ज्यादा जोखिम भरा है. यह इसलिए क्योंकि इस रेस में मोटरसाइकिल रेसिंग ट्रैक के बजाय टापू की आम सड़कों पर दौड़ती हैं. ये सड़कें कई पहाड़ियों, संकरी गलियों और तीखे मोड़ों से होकर गुजरती हैं. रेस के दौरान 4-5 घंटों तक आमलोगों के लिए सड़कों को बंद कर दिया जाता है और शहर में लॉकडाउन जैसी स्थिति हो जाती है. इस रेस में लगभग 60 किलोमीटर का एक स्प्रिंट लैप होता है. ऐसे 4 लैप को सबसे कम समय पूरा करने वाला रेसर रेस जीत लेता है. आइल ऑफ मैन रेस में अब तक बाइक की सबसे तेज रफ्तार 330 किलोमीटर/ घंटा रिकॉर्ड की गई है.
पैसे नहीं रोमांच के लिए आते हैं रेसर
इस मोटरसाइकिल रेस को दुनिया की सबसे कठिन रेस माना जाता है. इस वजह से कई बाइक रेसर को इसमें भाग लेने का जुनून सवार होता है. हालांकि, मोटो जीपी और फॉर्मूला-वन जैसे रेस की तरह आइल ऑफ मैन – टूरिस्ट ट्रॉफी में विजेता को करोड़ों डॉलर की राशि नहीं दी जाती, बल्कि इस रेस को जितने वाले रेसर को अधिकतम 30,000 डॉलर (लगभग 25 लाख रुपये) ही मिलते हैं. दुनियाभर से कई रेसर सिर्फ अपने शौक को पूरा करने के लिए भी इस रेस में शामिल होते हैं.
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FIRST PUBLISHED : February 10, 2024, 08:01 IST