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ताप्ती नदी की बाढ़ से प्रभावित हुए 500 से अधिक परिवार, यहां रहने को है मजबूर 



मोहन ढाकले/बुरहानपुर. जिले में 16 सितंबर को आई ताप्ती नदी की बाढ़ ने 500 से अधिक परिवारों को बेघर कर दिया है. कई कच्चे मकान तो बाढ़ के पानी में बह गए हैं तो कई लोगों के मकान टूट गए हैं. कुछ घरों में पानी घुसे होने के कारण रास्ते जमा है. जिला प्रशासन की ओर से 10 दिन बीत जाने के बावजूद सेर्वे नहीं होने के कारण अब बाढ़ पीड़ित अपने रिश्तेदारों के यहां पर रहने के लिए मजबूर है. खैराती बाजार, खाटू घाट के बाढ़ पीड़ितों ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर भव्या मित्तल को सर्वे के साथ सहायता राशि मिले की मांग की है.

सबसे अधिक नुकसान ताप्ती नदी के खातू घाट पर हुआ है. यहां पर 200 से अधिक मकान चपेट में आए हुए हैं तो वही राजघाट पर भी 100 से अधिक मकान चपेट में आए हैं. इसी के साथ सतियार घाट पर भी 100 मकान चपेट में आए हैं. खलखली घाट के पास भी 50 मकान बाढ़ की चपेट में आए हैं तो वही नागझिरी घाट पर भी 50 मकान चपेट में आए हुए हैं.

बाढ़ के पानी ने मचाई तबाही
बाढ़ पीड़ित नागझिरी खातू घाट के रहने वाली अनीता बाई मांडवकर ने बताया कि हमारे घर में पानी घुसने के कारण हमारे घर का सारा सामान बाढ़ के पानी में बह गया है. अभी घर में गल जमा हुआ है क्षेत्र में पानी का सप्लाई भी नहीं हो रहा है जिससे हम अपने परिवार के लोगों के साथ अपने रिश्तेदारों के यहां पर रह रहे हैं. 10 दिन बीत गए बावजूद अभी तक सर्वे नहीं होने से अब हमारी चिंताएं और बढ़ गई है. अब हमने कलेक्टर भव्या मित्तल से शिकायत करते हुए सर्वे के साथ मुआवजा मिले इसकी मांग की है.

जिम्मेदारों ने यह दिया जवाब
जब बाड पीड़ितों की समस्या को लेकर कलेक्टर भव्या मित्तल से लोकल 18 की टीम ने बात की तो उन्होंने कहा कि 500 से 600 मकान बाढ़ की चपेट में आए हैं. सर्वे कराया जा रहा है पटवारीयो की हड़ताल होने के कारण हमने अन्य विभाग के लोगों को सर्वे करने के लिए लगाया है लेकिन अब जल्द ही सर्वे को पूरा करने के साथ पीड़ितों को सहायता देने का आश्वासन दिया.

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FIRST PUBLISHED : September 28, 2023, 00:22 IST

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