G20 Summit: कांग्रेस के लिए कड़वा, भाजपा के लिए मीठा और I.N.D.I.A के लिए रहा खट्ठा-मीठा अनुभव
नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन को बीजेपी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व के एक और उदाहरण के रूप में पेश करते हुए इसके राजनीतिक रूप से भुनाने की योजना बना रही है. वहीं इस जी-20 समिट को लेकर विपक्षी गठबंधन INDIA के घटक दलों की ओर से आई प्रतिक्रियाओं को देखें तो वह काफी बंटा हुआ दिखा.
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जी20 शिखर सम्मेलन में सर्वसम्मति से पारित नई दिल्ली डिक्लेरेशन को ‘भारत के लिए कूटनीतिक जीत’ करार दिया, लेकिन इसके साथ ही विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे या विपक्ष के अन्य सांसदों को आमंत्रित नहीं करने को लेकर सरकार की आलोचना की है.
हिमाचल के मुख्यमंत्री भी हुए डिनर में शामिल
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में जी-20 प्रतिनिधि मंडल के लिए आयोजित डिनर में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू मौजूद थे. सुक्खू ने बाद में कहा कि उन्होंने इस अवसर का उपयोग प्रधानमंत्री मोदी से अपने बाढ़ प्रभावित राज्य के लिए विशेष पैकेज मांगने के लिए किया.
दूसरी ओर, कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने जी20 डिनर में शामिल होने को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला. कांग्रेसशासित राज्यों के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और सिद्धारमैया (क्रमशः राजस्थान, छत्तीसगढ़ और कर्नाटक) जी20 रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए थे. वहीं केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इसमें शामिल नहीं हुए.
जी20 डिनर में शामिल हुए INDIA गठबंधन के और भी नेता
जी20 डिनर में ममता बनर्जी अन्य विपक्षी दलों के मुख्यमंत्रियों तथा इंडिया गठबंधन के सहयोगियों एमके स्टालिन, नीतीश कुमार और हेमंत सोरेन के साथ शामिल हुई थीं. डीएमके, जेडीयू और झामुमो ने स्पष्ट रूप से राष्ट्रपति के निमंत्रण के साथ राजनीति नहीं जोड़ने का फैसला किया.
वहीं इसे लेकर भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कांग्रेस पर ऐसे आयोजनों में शामिल शिष्टाचार का कभी सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया. बीजेपी नेता ने कहा, ‘विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे निमंत्रण के बावजूद लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए थे. शिखर सम्मेलन के दौरान, राहुल गांधी विदेश में थे और हमेशा की तरह विदेशी धरती पर भारत की आलोचना कर रहे थे. G20 डिनर में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी आमंत्रित नहीं किया गया, क्योंकि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था… केवल पूर्व प्रधानमंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया था, क्योंकि कार्यक्रम स्थल की क्षमता सीमित थी.’
भाजपा का सियासी दांव
भाजपा अब G20 की सफलता को राजनीतिक रूप से पेश करने की योजना बना रही है और नए भवन में आयोजित होने वाले संसद के विशेष सत्र में भी इसका जिक्र शामिल होगा. सरकार जी20 शिखर सम्मेलन की प्रमुख बातों पर प्रकाश डालेगी, जैसे संयुक्त घोषणापत्र हासिल करना, अफ्रीकी संघ को जी20 में जगह देना, भारत से मध्य पूर्व और यूरोप तक नया आर्थिक गलियारा, जलवायु परिवर्तन कोष को आगे बढ़ाना, जिसने एजेंडा तय किया है. इस वर्ष के अंत में संयुक्त अरब अमीरात में सीओपी के लिए, और कैसे मोदी ने शिखर सम्मेलन को भारत के लिए एक बड़ी सफलता बनाने के लिए आगे बढ़कर नेतृत्व किया.
जी20 शिखर सम्मेलन पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया को भी भाजपा सवालों के घेरे में रखेगी, क्योंकि शिखर सम्मेलन के समय राहुल गांधी विदेश में थे और उन्होंने विदेशी धरती पर भारत में “लोकतंत्र की स्थिति” की आलोचना की थी.
शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने ‘इनका जी20’ शब्द का इस्तेमाल किया. भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, ‘प्रियंका वाड्रा और उनकी पार्टी को कड़वाहट और आलोचना का अधिकार है, लेकिन देखिए कि प्रियंका जी क्या कहती हैं “इनका G20” – क्या ऐसे कार्यक्रम “इनका” “उनका” या भारत का है? यह उस परिवार की मानसिकता की समस्या है, जिसने हमेशा माना है – “जो देश का वो इनके परिवार का”… वह केवल इसे जाहिर कर रही है!’
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FIRST PUBLISHED : September 11, 2023, 16:46 IST