HealthLatestTOP STORIES

इस विटामिन की कमी से अंगों में लग सकता है लकवा, दिमाग लगेगा सिकुड़ने और शरीर हो जाएगा खोखला


हाइलाइट्स

नर्वस सिस्टम में दिक्कत के कारण सबसे ज्यादा लकवा मारने का खतरा रहता है.
वहीं कुछ जन्मजात कारणों से भी लकवा हो सकता है.

Reason behind Paralysis: लकवा नसों से संबंधित बीमारी है जिसमें वोलेंटरी मसल्स का मूवमेंट बाधित हो जाता है. इससे इंसान लकवाग्रस्त अंग से कोई काम नहीं कर सकता है. आमतौर पर नर्वस सिस्टम यानी तंत्रिका तंत्र में आई खामियों के कारण लकवा होता है. लेकिन क्या आपको पता है कि नसों को तंदुरुस्त रखने के लिए बहुत हद तक विटामिन बी 12 की जिम्मेदारी है और अगर लंबे समय तक विटामिन बी 12 की कमी हो तो लकवा होने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. खून में मौजूद आरबीसी यानी लाल रक्त कोशिकाएं, नसें या तंत्रिका तंत्र और दिमाग की काफी हद तक निर्भरता विटामिन बी 12 पर रहती है. लेकिन मुश्किल यह है भारत में अधिकांश लोगों में विटामिन बी 12 की कमी होती है.

विटामिन बी 12 की कमी से क्यों होता है लकवा

वेबएमडी की खबर के मुताबिक विटामिन बी 12 की कमी का सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव खून में देखने को मिलता है. विटामिन बी 12 की कमी के कारण आरबीसी यानी लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बनती है. इससे मेगाब्लास्टिक एनीमिया कहते है. आरबीसी में ही हीमोग्लोबिन मौजूद होता है. हीमोग्लोबिन ही लंग्स से ऑक्सीजन को पकड़कर शरीर के प्रत्येक अंग तक पहुंचाता है. ऑक्सीजन की आपूर्ति कम होने से नसों तक भी ऑक्सीजन नहीं पहुंचता है जिसके कारण नसें कमजोर होने लगती है. बी12 शरीर में मेलीन बनाता है. मेलीन नसों में वायर को लेयर प्रदान करता है. यानी एक तरह से यह इलेक्ट्रिक तार को बनाने में मदद करता है. इसकी कमी से नर्व फाइबर डैमेज होने लगता है. इससे मसल्स कमजोर होने लगते हैं. इस कारण शरीर पर बैलेंस कम होने लगता है. चलने में दिक्कत होने लगती है. यौन क्षमता प्रभावित होती है. पेट संबंधी दिक्कतें होने लगती है. देखने में भी परेशानी होता है. इन सबके अलावा यदि विटामिन बी 12 की कमी को ज्यादा दिनों तक इलाज नहीं कराया गया तो लकवा मार सकता है जिसका इलाज भी मुश्किल हो जाता है.

लकवा के अन्य कारण

क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक लकवा लगने के और भी कई कारण होते हैं. नर्वस सिस्टम में दिक्कत के कारण सबसे ज्यादा लकवा मारने का खतरा रहता है. नर्वस सिस्टम ही दिमाग से पूरे शरीर को सिंग्नल या संकेत देता है. अगर नर्वस सिस्टम में कुछ डैमेज होता है तो सिग्नल का आदान-प्रदान मुश्किल हो जाता है. इससे मसल्स तक संदेश नहीं पहुंचते हैं. वहीं कुछ जन्मजात कारणों से भी लकवा हो सकता है. इसके अलावा स्ट्रोक, स्पाइल कॉर्ड में इंज्युरी, मल्टीपल स्क्लेरेसिस, गुलियन सिंड्रोम, ब्रेन इंज्युरी, सेरेब्रल पाल्सी आदि बीमारियों की वजह से भी लकवा हो सकता है.

इसे भी पढ़ें-क्या सच में मोटापा घटाता है नारियल तेल का सेवन? क्या है इसके पीछे का विज्ञान, खाने से पहले जान लें सच्चाई

इसे भी पढ़ें-पुरुषों में ब्रेस्ट साइज क्यों हो जाता है बड़ा? शर्मिंदगी से बचने के क्या है उपाय? डॉक्टर से जानें इलाज और उपाय

Tags: Well being, Well being suggestions, Way of life

FIRST PUBLISHED : August 20, 2023, 17:59 IST

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *