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Eye Flu में एंटीबायोटिक ड्रॉप डालना चाहिए या नहीं? क्या इससे जल्दी ठीक हो जाती हैं आंखें, डॉक्टर ने बताया सच


हाइलाइट्स

आई फ्लू होने पर स्टेरॉयड ड्रॉप्स का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए.
एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए.

Finest Drops For Eye Flu: आई फ्लू का प्रकोप करीब एक महीने से जारी है. लाखों की तादाद में लोग आंखों की इस समस्या का शिकार हो चुके हैं. आई फ्लू को जल्दी ठीक करने के लिए तमाम लोग डॉक्टर की सलाह लिए बिना एंटीबायोटिक और स्टेरॉयड आई ड्रॉप्स का खूब इस्तेमाल कर रहे हैं. स्टेरॉयड ड्रॉप्स डालने से कई लोगों की आंखों की रोशनी जाने के मामले सामने आ चुके हैं. वहीं कई लोग आई फ्लू के बाद आईसाइट वीक होने की शिकायत कर रहे हैं. हेल्थ एक्सपर्ट लोगों को आई फ्लू होने पर अपनी मर्जी से स्टेरॉयड और एंटीबायोटिक ड्रॉप्स इस्तेमाल न करने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही इंटरनेट पर वायरल हो रहे घरेलू नुस्खों से बचने की भी अपील कर रहे हैं. अब सवाल उठता है कि क्या आई फ्लू के मरीजों को एंटीबायोटिक ड्रॉप्स इस्तेमाल करने चाहिए? क्या इन ड्रॉप्स से वायरल कंजक्टिवाइटिस को जल्दी ठीक किया जा सकता है? आंखों के डॉक्टर से हकीकत जान लेते हैं.

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटिल के आई स्पेशलिस्ट डॉ. तुषार ग्रोवर के अनुसार पिछले कई सप्ताह से देशभर में वायरल कंजक्टिवाइटिस तेजी से फैल रहा है. इस इंफेक्शन को आई फ्लू भी कहा जाता है. यह आंखों में होने वाला एक वायरल संक्रमण है. इसकी वजह से आंखें लाल हो जाती है और सूजन आ जाती है. आंखों से फ्लूड निकलने लगता है, इरिटेशन होने लगती है और कई बार जलन भी होती है. वायरल आई फ्लू अधिकतर मामलों में बिना किसी इलाज के अपने आप 5-7 दिनों में ठीक हो जाता है. कुछ लोगों को सीवियर आई फ्लू हो जाता है, उन्हें रिकवर होने में ज्यादा वक्त लगता है. ऐसे लोगों को डॉक्टर से मिलकर कंसल्ट कर लेना चाहिए, ताकि कोई अन्य इंफेक्शन न हो जाए. यह एक कॉमन इंफेक्शन है और आंखों के लिए ज्यादा खतरनाक नहीं होता है. इससे अंधेपन या नजर कम होने का खतरा नहीं है. कुछ लोग आईसाइट कम होने की शिकायत करते हैं, लेकिन यह अपने आप ठीक हो जाती है.

क्या एंटीबायोटिक ड्रॉप्स डालना फायदेमंद?

डॉ. तुषार ग्रोवर कहते हैं कि एंटीबायोटिक आई ड्रॉप्स डालने से वायरल कंजक्टिवाइटिस ठीक नहीं होता है. आई फ्लू को ठीक करने के लिए आर्टिफिशियल टियर आई ड्रॉप्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए. दरअसर एंटीबायोटिक ड्रॉप्स बैक्टीरियल आई इंफेक्शन को ठीक करने में मदद करते हैं, लेकिन वायरल इंफेक्शन में ये ड्रॉप्स असरदार नहीं होते हैं. इन ड्रॉप्स से आई फ्लू ठीक नहीं होता है. इनका ज्यादा इस्तेमाल करने से आंखों में एंटीबायोटिक रजिस्टेंस पैदा हो सकता है, जो सेकंडरी इंफेक्शन होने की कंडीशन में परेशानी पैदा कर सकता है. कई बार सीवियर आई फ्लू के मरीजों को डॉक्टर एंटीबायोटिक ड्रॉप डालने की सलाह देते हैं, ताकि आंख में सेकंडरी इंफेक्शन (बैक्टीरियल संक्रमण) न हो. इससे आई फ्लू हालांकि इसकी जरूरत बहुत कम केसेस में होती है. इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीबायोटिक ड्रॉप आंखों में न डालें.

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आखिर क्या है आई फ्लू का सटीक इलाज?

आई स्पेशलिस्ट की मानें तो आंखों में आई फ्लू का संक्रमण होने के बाद लुब्रिकेंट आई ड्रॉप्स इस्तेमाल करें. घर से बाहर न निकलें और आंखों को न छुएं. ज्यादा से ज्यादा आराम करें. किसी तरह की टैबलेट न खाएं. घरेलू नुस्खे भी न आजमाएं, वरना परेशानी बढ़ सकती है. कोविडॉन आयोडीन के आई ड्रॉप से कंजक्टिवाइटिस के वायरस का लोड कम हो सकता है, लेकिन ऐसा सिर्फ डॉक्टर की सलाह पर करें. अगर 3-4 दिन के बाद भी आपको आई फ्लू से कोई राहत न मिले और संक्रमण बढ़ता जाए, तो डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें और सही इलाज कराएं. खुद इलाज करने से आंखों को नुकसान हो सकता है.

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Tags: Eyes, Flu, Well being, Way of life, Trending information

FIRST PUBLISHED : August 18, 2023, 11:04 IST

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