ब्रेकफास्ट में इन 5 चीजों का सेवन भूलकर भी न करें, कैंसर होने का खतरा हो जाएगा कई गुना, तुरंत हटाएं प्लेट से
हाइलाइट्स
प्रोसेस्ड मीट में कई तरह के कार्सनोजेन केमिकल होते हैं जिससे कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
पॉपकॉर्न को अल्ट्रा प्रोसेसिंग से बनाया जाता है. इसमें पीएफओए प्रोडक्ट होता है जो कैंसर कारक होता है.
Most cancers Inflicting Breakfast Meals: कैंसर बेहद खतरनाक बीमारी है. अगर शुरुआत में इसका पता न चलें तो इसका इलाज मुश्किल हो जाता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर साल करीब 1 करोड़ लोगों की मौत कैंसर के कारण हो जाती है. बीमारियों से होने वाली प्रत्येक 6 में से एक मौत कैंसर की वजह से होती है. कैंसर के कई कारण होते हैं लेकिन इनमें से अधिकांश कारणों के लिए इंसान खुद जिम्मेदार होता है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसीन में प्रकाशित एक साइंटिफिक पेपर के मुताबिक सिर्फ 5 से 10 प्रतिशत कैंसर के मामले ही जेनेटिक होता है. बाकी सारे कैंसर के कारण लाइफस्टाइल या पर्यावरण है.
आंकड़ों के मुताबिक कैंसर से होने वाली 25 से 30 प्रतिशत मौतों के लिए तंबाकू जिम्मेदार होता है जबकि 30 से 35 प्रतिशत कैंसर से होने वाली मौतों के लिए खराब डाइट जिम्मेदार होती है. इंसान का खान-पान इतना खराब हो गया है, उससे कैंसर जैसी घातक बीमारियों का जोखिम कई गुना बढ़ गया है. यहां हम बता रहे हैं कि ब्रेकफास्ट के दौरान कुछ लोग कैंसर कारक फूड का सेवन करने लगते हैं जिसके कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
कैंसर के लिए जिम्मेदार ब्रेकफास्ट
1. चाय के साथ बिस्कुट-चाय के साथ नियमित रूप से बिस्कुट का सेवन कैंसर का कारण बन सकता है. इसके अलावा चाय के साथ किसी भी तरह के अल्ट्रा प्रोसेस्ड कुकीज से ओवेरिएन कैंसर का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. इंपीरियल कॉलेज लंद स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ ने 2 लाख लोगों पर एक अध्ययन में पाया कि नाश्ते में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन का ज्यादा सेवन कैंसर के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है, खासकर ओवरी और ब्रेन कैंसर.
2. ब्रेड बटर-रोजाना ब्रेकफास्ट में अल्ट्रा प्रोसेस्ड ब्रेड का सेवन सेहत के लिए खतरनाक है. इससे भी ओवरी कैंसर का खतरा बढ़ जाता है. वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड ने अपने अध्ययन में बताया कि मास प्रोड्यूज्ड ब्रेड, आइस्क्रीम, ब्रेकफास्ट सेरिएल्स, हेमबर्गर आदि का नयमित सेवन कैंसर के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है.
3. माइक्रोवेव पॉपकॉर्न-पॉपकॉर्न भी अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट है. अगर हम घर में पॉपकॉर्न खुद से बना लेते हैं और उसमें कोई केमिकल नहीं मिला है तो इससे नुकसान नहीं होता लेकिन बाहर के पॉपकॉर्न को अल्ट्रा प्रोसेसिंग से बनाया जाता है. इसमें पीएफओए प्रोडक्ट होता है जो कैंसर कारक होता है. इसलिए सुबह नाश्ते में पॉपकॉर्न का सेवन नहीं करना चाहिए.
4. पोटैटो चिप्स-कुछ नाश्ते में चाय के साथ पोटैटो चिप्स का भी सेवन करते हैं. पोटैटो चिप्स सेहत के लिए अच्छा विकल्प नहीं है. यह वैसे ही नुकसान पहुंचाता है. इसमें अत्यधिक मात्रा में सोडियम और फ्राई के लिए ट्रांस फैट का इस्तेमाल किया जाता है. इससे इसमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा बढ़ जाती है. वहीं इसे उच्च तापमान पर बनाने के कारण इसमें एक्रीलामाइड कंपाउड बढ़ जाता है जो कैंसर कारक केमिकल है. इसलिए सुबह-सुबह नाश्ते में चाय के साथ पोटैटो चिप्स का सेवन न करें.
5. प्रोसेस्ड मीट-शहरों में प्रोसेस्ड मीट से बने फूड के सेवन का प्रचलन बढ़ा है. प्रोसेस्ड मीट में कई तरह के कार्सनोजेन केमिकल होते हैं जिससे कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. रेड मीट कई तरह के क्रोनिक बीमारियों की वजह बन सकता है. इसलिए प्रोसेस्ड मीट का सेवन नाश्ते में क्या, कभी भी ज्यादा नहीं करना चाहिए.
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FIRST PUBLISHED : August 18, 2023, 06:40 IST