बारूद के ढेर पर लखनऊ के CMS School
GNN: जगदीश गांधी एक ऐसा नाम जिसको आप सभी एक बड़े शिक्षाविद के रूप में जानते हैं। सभी लोग इसकी हक़ीक़त जानते हैं और जो नहीं जानते, उन्हें हम बताएँगे इस शख़्स की सच्चाई। राजधानी लखनऊ के ज़्यादातर मां बाप अपने बच्चों को CMS School में पढ़ाने के लिए परेशान रहते है। वह यह भी जानते हैं जगदीश गांधी जैसा इंसान जोकि खुद में एक कुख्यात है। इसके रसूख़ के आगे किसी की भी नहीं चलती लेकिन फिर भी मां बाप अपने बच्चों को इसके स्कूल में पढ़ने भेजते हैं।
CMS School के मालिक जगदीश गाँधी जिसने अपने स्कूल की शुरुआत ही धोखधड़ी की बुनियाद पर रक्खी। इस स्कूल ने शिक्षा के नाम पर लोगों को लूटना शुरू किया और जब पैसा आने लगा तब इस शख्स ने मासूम बच्चों की ज़िन्दगियों से खिलवाड़ करने जैसे घिनौने काम को शुरू कर दिया। इस शख़्स ने शिक्षा के नाम पर लोगों के साथ धोखाधड़ी, सरकारी ज़मीनों पर अवैध क़ब्ज़े, अपने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के माँ बाप के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करते हुए ठगी, जैसे न जाने कितने जरायम किये हैं और कर रहा है। इस पर कई क्रिमिनल केस भी दर्ज हैं। पर इसके रसूख़ के चलते हर कोई इस पर कार्रवाई करने से कतराता है। तत्कालीन सरकारों से लेकर आज तक इस पर कोई भी बड़ी कार्रवाई नहीं कर पाया। क्योंकि कई अघिकारियों के बच्चे इसके स्कूल में मुफ्त शिक्षा पा रहे हैं। यही नहीं किसी की पत्नी, किसी की बहन, किसी की बहु, किसी की बेटी या बेटा नौकरी के नाम पर घर बैठे पैसा कमा रहे हैं। जिसकी वजह से इस पर कोई कार्रवाई नहीं करना चाहता है। अगर कोई इस पर कार्रवाई करना भी चाहता है तो उसके पास न जाने कितने बड़े अधिकारियों से लेकर बहुत ही अहम् ओहदों पर बैठे लोगों के फ़ोन आ जाते हैं। कहीं न कहीं लगता है पूरा का पूरा सिस्टम ही इस शख़्स का ग़ुलाम बन चुका है।
बेसमेंट के नीचे बेसमेंट
CMS स्कूल की गोमती नगर एक्सटेंशन ब्रांच में बेसमेंट में बने ऑडिटोरियम की छत में दरार आने के बावजूद बच्चों की ज़िंदगियों से खिलवाड़ किया जा रहा है। जी हाँ इस शाखा में बेसमेन्ट में बने ऑटोरियम के नीचे भी एक बेसमेंट है जिसमें स्विमिंग पूल बना हुआ है और ऑडिटोरियम कि छत में दारार आज जाने के बाद इसकी मरम्मत चल ही रही थी कि अब बेसमेंट के बेसमेंट में बने स्विंमिंगपूल की दीवारों में भी दरारें आ गयी हैं। इस स्कूल में इतना खराब स्ट्रक्चर होने के बावजूद स्कूल में बच्चों की क्लासेज जारी हैं। अब तो ईश्वर ही मालिक है! अपनी खबर के माध्यम से आप तक और सभी सबंधित अधिकारियों तक जानकारी पहुंचाई है लेकिन इसके बावजूद स्कूल पर कोई भी कार्रवाई नहीं हुई। इस जानकारी के बाद भी बच्चों के माँ बाप अभी तक खामोश हैं? क्या वजह है? पूरा का पूरा स्कूल सुरक्षा के मानकों की धज्जियां उड़ा रहा है और लगातार इस स्कूल की इमारत को खतरा बना हुआ है। फिर भी स्कूल के मालिकों का दिल नहीं पसीज रहा।
सरकारी नहर पर क़ब्ज़ा
इसी के साथ CMS School गोल्फ सिटी में बनी शाखा को सरकारी नहर पर क़ब्ज़ा कर बना दिया गया और साथ ही स्कूल भी चलने लगा। लेकिन सिंचाई विभाग के कुछ अधिकारियों ने हिम्मत दिखाई और दर्ज कराया केस। मामला माननीय उच्च न्यायालय तक पहुंचा और उच्च न्यायालय द्वारा CBI जांच के आदेश तो हुए साथ ही स्कूल के अतिक्रमण वाले हिस्से को गिराने के आदेश भी दे दिए।
निर्माणाधीन अवस्था में स्कूल संचालित
यही नहीं लखनऊ के राजाजीपुरम थर्ड के नाम से एक वर्ष पहले ही खुली है यह इमारत अभी निर्माणाधींन है, वहाँ पर भी एक वर्ष से इस कुख्यात और बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वाले जगदीश गांधी की दादागिरी सर चढ़ कर बोल रही है और स्कूल चल रहा है। ख़ास बात आपको बता दें कि यह स्कूल जहां सरकार द्वारा किसी भी विभाग से जारी सुरक्षा के मानकों को पूरा नहीं किया जा रहा है। जैसे कि बच्चों की सुरक्षा के नज़रिये से NBC के मानक के अनुसार निर्माणाधीन अवस्था में स्कूल को संचालित नहीं किया जा सकता फिर भी स्कूल चलाया जा रहा है। आपको यह भी जानकर हैरानी होगी बच्चों के माँ बाप को भी अपने बच्चों से ज़रा भी प्यार नहीं है। तभी वो इस निर्माणाधीन इमारत में एक वर्ष से अपने बच्चों को इतनी गर्मी में पढ़ने के लिए भेज रहे हैं। अब आप सोचेंगे कि बच्चों कि पढ़ाई में गर्मी से क्या मतलब क्योंकि CMS School तो बच्चों को एयर कंडीशन क्लासों में पढ़ाने के लिए फीस लेता है। जी हाँ सबसे अहम् बात कि यह स्कूल एक वर्ष से बिना बिजली कनेक्शन के चल रहा है। पूरा स्कूल डीज़ल जनरेटर से चलाया जा रहा है। जबकि स्कूल में सुरक्षा के मानक के अनुसार कोई भी ज्वलंतशील पदार्थ परिसर में नहीं लाया जा सकता। इसके बावजूद रोज़ डीज़ल के टैंकर स्कूल के अंदर लगे जेनेरटर को भरने आते हैं। बिजली एक्सपर्ट के अनुसार जहां हर फ्लोर पर बिजली के पैनल खुले पड़े हैं और मौसम में नमी के कारण कभी भी इसमें विस्फोट हो सकता है। जिससे बच्चों की जान को भी खतरा हो सकता है। शासन और प्रशासन को जानकारी के बावजूद यह कुख्यात जगदीश गांधी और इस वक़्त पूरा मैनेजमेंट संभाल रही इसकी पुत्री गीता गाँधी एवं इसकी पत्नी भारती गाँधी पैसों के लालच में बच्चों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं।
फायर सुरक्षा की दृष्टि से NOC
आइये बताते हैं अगले नियम जोकि सबसे अहम् है। वो है आग से सुरक्षा के नियमों के अनुसार इमारत को फायर विभाग दवारा NOC जारी की जाती है विभाग से जानकारी करने पर यह बात विभाग बताने को तैयार नहीं है कि फायर सुरक्षा की दृष्टि से NOC जारी की गयी है या नहीं। यह बताने के लिए जब ज़िले के चीफ फायर ऑफिसर से चैनल ने पूछा तो एक हफ्ते तक यह कहकर कि उनको जानकारी नहीं है कि शहर में ऐसा कोई स्कूल चल रहा है। फिर यह कहा कि सारी ज़िम्मेदारी मेरे ही विभाग की नहीं है ज़िले के बेसिक शिक्षा अधिकारी से जानकारी लें और कार्रवाई करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद चैनल ने फायर विभाग उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े अधिकारी महानिदेशक फायर अविनाश चंद्रा जी को अवगत कराया तो उन्होंने भी शिकायती पत्र की मांग कर जांच कमेटी बनाने की बात कही। अब सबसे बड़ी बात यह है कि इस जर्जर हो रही इमारत एवं निर्माणाधीन इमारत में चल रहे इस CMS School के मालिकों का रसूख इससे भी ऊपर है जहां अनदेखी करते हुए बच्चों की जान से खिलवाड़ पर आँखें मूँद ली जा रही हैं। ऐसे ज़िम्मेदार अधिकारी अगर ऐसी बात करें और ईश्वर न करे कोई बड़ी दुर्घटना घट जाए तो इस दुर्घटना का ज़िम्मेदार कौन होगा।
बच्चों की सुरक्षा के मद्देनज़र
अब सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जिन पर प्रदेश के साथ साथ देश की जनता भी अपना भरोसा दिखा रही है। बच्चों की सुरक्षा के मद्देनज़र संज्ञान लेना होगा और इसी के साथ जगदीश गांधी जैसे कुख्यात और इसके साथ शामिल सभी लोगों पर कार्रवाई करनी होगी। ताकि प्रदेश में ऐसे शिक्षा माफिया को एक सन्देश पहुंचे कि उनके ऊपर भी कोई है और कार्रवाई हो सकती है। लोगों के दिमाग़ से यह भ्रम मिटाना बहुत ज़रूरी है कि जगदीश गांधी जैसे इंसान जोकि पैसों की लालच में सरकार के नियमों को ठेंगा दिखा रहा है और लगातार नए नए कारनामे कर भ्रष्टाचार को बढ़ा रहा है। जिसे गरीबों की तो परवाह है नही पर जिन लोगों के बच्चे इस स्कूल में पढ़ रहे हैं, ऐसे भ्रष्टाचारी पर उन बच्चों की जिंदगियों की सुरक्षा के मद्देनज़र मुख्यमंत्री योगी को कार्रवाई करके जनता में अपने प्रति विश्वास को और मज़बूत करने का काम करना होगा। ताकि लंबे समय तक अपने चहीते मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता प्यार और स्नेह देती रहे।