3 people lost their lives in hospital fire
The hospital operator and his family members died due to fire
Agra: Fire incident are not stopping in Uttar Pradesh. Recently, four people were killed in a fire at a prestigious hotel in the capital Lucknow. At the same time, a massive fire broke out in R. Madhuraj Hospital in Agra district of Uttar Pradesh on Wednesday morning, causing panic among the admitted patients and staff. The operator of the hospital, Dr. Rajan Singh, his son Rishi and daughter Shalu have died due to the fire. Police officials reached the spot after getting information about the fire incident. At present, the patients have been evacuated safely. He has also been shifted to another hospital nearby.
आग की चपेट में आने से हॉस्पिटल संचालक व उसके परिवार के सदस्यों की मौत
आगरा: उत्तर प्रदेश में आग की घटनाएं थम नहीं रही हैं। हाल ही में राजधानी लखनऊ में एक प्रतिष्ठित होटल में आग लगने से चार लोगों की मौत हुई थी। वहीँ अब उत्तर प्रदेश के आगरा ज़िले में आर मधुराज हॉस्पिटल में बुधवार सुबह में भीषण आग लगने से भर्ती मरीज़ों और कर्मचारियों में अफ़रा तफ़री मच गई। आग की चपेट में आने से अस्पताल के संचालक डॉक्टर राजन सिंह, उनके पुत्र ऋषि और पुत्री शालू की मौत हो गई है। आग की घटना की जानकारी पर पुलिस अधिकारी मौक़े पर पहुंच गए। फ़िलहाल मरीज़ों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। उन्हें पास के दूसरे अस्पताल में शिफ्ट भी कर दिया गया है।
A sudden fire broke out in the foam mattresses kept in a room
Let us tell you that on Wednesday morning, a sudden fire broke out in the mattresses of foam kept in a room on the first floor of R. Madhuraj Hospital in Agra. On the same floor, the operator of the hospital, Dr. Rajan, his father Gopichand, wife Madhuraj, daughter Shalu, sons Lavi and Rishi as well as relative Tejveer were also present. When Gopichand and Lavi woke up at five in the morning, they saw a fire in the mattress room. They tried to take out the mattresses but by then the smoke had reached inside due to the fire. In the meantime, Dr. Rajan closed the inner gate, after which he was trapped inside the room along with his family. The smoke quickly reached the hospital below.
एक कमरे में रखे फ़ॉम के गद्दों में अचानक आग लग गई
बता दें कि, बुधवार सुबह आगरा के आर0 मधुराज हॉस्पिटल में पहली मंज़िल पर एक कमरे में रखे फ़ॉम के गद्दों में अचानक आग लग गई। उसी तल पर हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर राजन, उनके पिता गोपीचंद, पत्नी मधुराज, बेटी शालू, बेटे लवी और ऋषि के साथ ही रिश्तेदार तेजवीर भी मौजूद थे। गोपीचंद और लवी सुबह पांच बजे उठे तो उन्होंने गद्दों वाले कमरे में आग लगी देखी। उन्होंने गद्दों को बाहर निकालने कोशिश की लेकिन तब तक आग लगने से धुंआ अंदर की ओर पहुंच चुका था। इसी बीच डॉ. राजन ने अंदर का गेट बंद कर लिया जिसके बाद वे अपने परिवार सहित कमरे के अंदर ही फंसे रह गए। तेज़ी से धुंआ नीचे हॉस्पिटल में भी पहुंच गया।
Fire tenders reached the spot but by then it was too late
During the fire incident, four admitted patients were safely evacuated and were admitted to another hospital. After getting the information, fire tenders reached the spot but by then it was too late. Firefighters pulled out the hospital's operator Dr. Rajan, daughter Shalu and son Rishi in the midst of the fire, but all three had died. Elder son Lavi's condition is very critical and mother Madhuraj who is now said to be out of danger.
दमकल की गाड़ियां मौक़े पर पहुंची लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी
आग लगने की घटना के दौरान ही चार भर्ती मरीज़ो को सकुशल बाहर निकाल लिया गया और दूसरे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। सूचना मिलने के बाद दमकल की गाड़ियां मौक़े पर पहुंची लेकिन तब तक काफ़ी देर हो चुकी थी। दमकल कर्मियों ने अस्पताल के संचालक डॉ0 राजन, बेटी शालू और बेटे ऋषि को आग के बीच बाहर निकाला लेकिन इन तीनों की मौत की हो चुकी थी। वहीँ बड़े बेटे लवी की हालत बहुत गंभीर है और मां मधुराज जोकि अब ख़तरे से बाहर बतायी जा रहीं हैं।
What steps does the administration take for action to prevent incidents
Let us tell you that after the fire incident in the capital Lucknow, the High Court had taken cognizance of it. For this a Public Interest Litigation was also filed in High Court. After which the Lucknow administration came into active mode. Now it has to be seen whether the administration investigates this incident and what comes out. What steps does the administration take to prevent such incidents?
घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन कार्रवाई के लिए क्या क़दम उठाता है
आपको बता दें कि, राजधानी लखनऊ में आग की घटना के बाद हाईकोर्ट ने इसे संज्ञान में लिया था। इसके लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर की गयी थी। जिसके बाद लखनऊ प्रशासन एक्टिव मोड में आ गया था। अब देखना यह होगा कि, क्या प्रशासन इस घटना की जांच करता है और क्या निकल कर सामने आता है। इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रशासन कार्रवाई के लिए क्या क़दम उठाता है।