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Chief Minister congratulated the people of the state on Gandhi Jayanti and Lal Bahadur Shastri Jayanti

Chief Minister Yogi Adityanath extended warm greetings and best wishes to the people of the state on the occasion of birth anniversary of Father of the Nation Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri.

Lucknow: (Gandhi Jayanti) Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath extended warm greetings and best wishes to the people of the state on the occasion of birth anniversary of Father of the Nation Mahatma Gandhi and Lal Bahadur Shastri. In his congratulatory message, he said that Gandhi's ideas are as relevant today as they were earlier. By adopting them, peace and harmony will be established in the whole world, which is very much needed today. Following his teachings would be the true tribute to all of us towards Gandhiji.

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। अपने बधाई संदेश में उन्होंने कहा कि गांधी जी के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जितने वे पहले थे। इन्हें अपनाने से पूरे विश्व में शान्ति और सद्भाव स्थापित होगा, जिसकी आज बहुत आवश्यकता है। उनकी शिक्षा का अनुसरण ही गांधी जी के प्रति हम सभी की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।



Gandhiji spent his whole life in service to the country and humanity

The Indian independence movement led by Chief Minister Yogi through Gandhiji's truth and non-violence is unique in the history of the world. Gandhiji spent his entire life in service to the country and humanity. Through Charkha, Khadi and Swadeshi, he underlined the dignity of self-reliance and labor.

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गांधी जी ने अपना पूरा जीवन देश और मानव सेवा में व्यतीत किया

मुख्यमंत्री योगी ने गाँधी जी के सत्य और अहिंसा के माध्यम से उनके नेतृत्व में चला भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन विश्व के इतिहास में विलक्षण है। गांधी जी ने अपना पूरा जीवन देश और मानव सेवा में व्यतीत किया। चरख़े, खादी और स्वदेशी के माध्यम से उन्होंने स्वावलम्बन और श्रम की गरिमा को रेखांकित किया।



The present government is making continuous efforts to realize the dream of clean India of Gandhiji

Mahatma Gandhi, the Father of the Nation, believed that cleanliness is like worshiping God. That's why he taught people to adopt cleanliness. The present government is making continuous efforts to realize Gandhiji's dream of a clean India. As a result of these efforts, remarkable success has been achieved in the wide spread of cleanliness in the entire state.

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वर्तमान सरकार गांधी जी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का मानना था कि साफ़-सफ़ाई, ईश्वर की आराधना के समान है। इसलिए उन्होंने लोगों को स्वच्छता अपनाने की शिक्षा दी। वर्तमान सरकार गांधी जी के स्वच्छ भारत के स्वप्न को साकार करने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप सम्पूर्ण प्रदेश में स्वच्छता के व्यापक प्रसार में उल्लेखनीय सफलता मिली है।



Shastri ji also provided successful leadership to the country

Whereas, in a message released here today on the eve of Shastri's birth anniversary, the Chief Minister said that Lal Bahadur Shastri played a leading role in the freedom struggle. Shastri ji also provided successful leadership to the country. That is why the country remembers him again and again. Shastri Ji was the epitome of simplicity. He was the real leader of Gandhiji's ideas of Swadeshi and self-reliance. Under his successful leadership, the country came out of the food crisis and in the 1965 war, India proved its valor and valor. Taking inspiration from the ideals of Shastri ji, working for the country would be a true tribute to him.

News of India (Agency)

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शास्त्री जी ने देश को यशस्वी नेतृत्व भी प्रदान किया

वहीँ शास्त्री जी की जयन्ती की पूर्व संध्या पर आज यहां जारी एक सन्देश में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री ने आज़ादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई। शास्त्री जी ने देश को यशस्वी नेतृत्व भी प्रदान किया। इसलिए देश उनका पुनः-पुनः स्मरण करता है। शास्त्री जी सादगी की प्रतिमूर्ति थे। गाँधी जी के स्वदेशी व स्वावलम्बन के विचारों के वे वास्तविक नेता थे। उनके यशस्वी नेतृत्व में देश खाद्यान्न संकट से उबरा और वर्ष 1965 के युद्ध में भारत ने अपने शौर्य और पराक्रम का लोहा मनवाया। शास्त्री जी के आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश के लिए कार्य करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।



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