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If you do a computer job in the office then be careful

By doing some yoga asanas, you can get back the flexibility of your body

(computer job) If you do a computer job or desk work in the office, then be careful, you are losing your body's flexibility. For this you can do an experiment on yourself. If you touch your feet while standing and your knees are bent, you are losing your body's flexibility. It would be better if you start some activities that can help you maintain the flexibility of your body while you are busy with your desk job. With some yoga asanas, you can get back the flexibility of your body.

कुछ योगासन करके आप अपने शरीर के लचीलेपन को वापस पा सकते हैं

(computer job) अगर आप ऑफिस में एक computer job या डेस्क वर्क करते हैं तो सावधान हो जाइए, आप अपने शरीर का लचीलापन खो रहे हैं। इसके लिए आप खुद पर एक प्रयोग कर सकते हैं। यदि आप खड़े होकर अपने पैरों को छूते हैं और आपके घुटने मुड़े हुए हैं, तो आप अपने शरीर के लचीलेपन को खो रहे हैं। बेहतर होगा कि आप कुछ ऐसी गतिविधियाँ शुरू करें जो आपके डेस्क जॉब में व्यस्त रहने के दौरान आपके शरीर के लचीलेपन को बनाए रखने में आपकी मदद कर सकें। कुछ योग आसनों से आप अपने शरीर का लचीलापन वापस पा सकते हैं।

There are 8 types of yogasana, which will prove to be effective in increasing the flexibility of the body again

Here are 8 types of yoga poses, which can be helpful in providing flexibility and strength to your body after working for a long time like computer job. Consider this if you live a life that is making you stale. For this, 8 such yogas will prove to be effective in increasing the flexibility of the body again.

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8 प्रकार के योगासन हैं, जोकि दुबारा शरीर के लचीलेपन की क्षमता को बढ़ा सकने में कारगर साबित होंगे

यहां पर 8 प्रकार के योगासन हैं, जोकि लंबे समय तक बैठ कर काम करने में (computer job) आपके शरीर के लचीलेपन और मज़बूती प्रदान करने में सहायक हो सकते हैं। अगर आप एक गतिहीन जीवन जी रहे हैं, जो आपको गतिहीन बना रहा है। इसके लिए इस तरह के 8 योग आपको दुबारा शरीर के लचीलेपन की क्षमता को बढ़ा सकने में कारगर साबित होंगे।



Tadasana (mountain pose)

Benefits: This stretching pose will give a good stretch to your legs, waist, lungs, chest and shoulders. Similarly, doing regular stretching will build your stamina. This asana requires both strength and focus.

ताड़ासन (पर्वत मुद्रा)

लाभ: यह स्ट्रेचिंग पोज़ आपके पैरों, कमर, फेफड़े, छाती और कंधों को अच्छा खिंचाव देगा। इसी तरह नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करने से आपकी सहनशक्ति का निर्माण होगा। इस आसन के लिए ताकत और फोकस दोनों की ज़रूरत होती है।



Veerbhadra asana II (Warrior 2 Pose)

Benefits: This stretching pose will give a good stretch to your legs, waist, lungs, chest and shoulders. Your stamina will build up by doing your stretching regularly. This asana requires both strength and focus.

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वीरभद्रासन II (योद्धा 2 मुद्रा)

लाभ: यह स्ट्रेचिंग पोज़ आपके पैरों, कमर, फेफड़े, छाती और कंधों को अच्छा खिंचाव देगा। नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करने से आपकी सहनशक्ति का निर्माण होगा। इस आसन के लिए ताकत और फोकस दोनों की ज़रूरत होती है।



Vrikshasana (Tree Pose)

Benefits: It strengthens the spine and Its biggest advantage is that it develops neuromuscular coordination. In addition, it improves flexibility and immunity. You need strength and stamina to practice this asana.

वृक्षासन (वृक्ष मुद्रा)

लाभ: यह रीढ़ की हड्डी को मज़बूत करता है। इसका सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि, यह तंत्रिका पेशीय समन्वय विकसित करता है। इसके अलावा, यह लचीलेपन और प्रतिरक्षा में सुधार करता है। इस आसन का अभ्यास करने के लिए आपको ताकत और सहनशक्ति की आवश्यकता होती है।



Anjaneyasana (Crescent Moon Pose)

Benefits: With this asana you can stretch your gluteal nerves, a group of muscles in the front of your thigh and groin. In fact, it gives the body a full range of motion. It is also advised that, it is beneficial for those who face difficulties in cold weather. It opens up the lungs and also brings out the mucus. It is very beneficial in clearing the lungs.

अंजनेयासन (क्रिसेंट मून पोज)

लाभ: इस आसन से आप अपने जांघतंत्रिका, आपकी जांघ के सामने मांसपेशियों का एक समूह और कमर को स्ट्रेच कर सकते हैं। वास्तव में, यह शरीर को गति की एक पूरी श्रृंखला देता है। यह भी सलाह दी जाती है कि, उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जो ठंड के मौसम में कठिनाइयों का सामना करते हैं। यह फेफड़ों को खोलने के साथ बलगम को भी बाहर लाता है। फेफड़ों को साफ़ करने में बहुत लाभकारी है।



Vasisthasana (Side Plank Pose)

Benefits: This is an excellent asana for the development of inner strength. It spans the wrists and the back of the feet. Also, your organs will be stimulated and their functions will improve while you practice.

वशिष्ठासन (साइड प्लैंक पोज)

लाभ: आंतरिक शक्ति के विकास के लिए यह एक उत्तम आसन है। यह कलाई और पैरों के पिछले हिस्से को फैलाता है। साथ ही, अभ्यास करते समय आपके अंग उत्तेजित हो जाएंगे और उनके कार्यों में सुधार होगा।



SetuBandh asana (Bridge Pose)

Benefits: It opens up almost the entire body including the chest, shoulders, spine, thigh muscles and even the heart. Also, lets say all benefits. This asana will give you relief from stress, fatigue and insomnia. In addition, it regulates blood pressure and stimulates the thyroid gland.

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सेतु बंधासन (ब्रिज पोज)

लाभ: यह छाती, कंधे, रीढ़, जांघो की मांसपेशियां और यहां तक ​​कि हृदय सहित लगभग पूरे शरीर को खोलता है। साथ ही, यूँ कहें कि सभी लाभ देता है। इस आसन से आपको तनाव, थकान और अनिद्रा से राहत मिलेगी। इसके अलावा, यह रक्तचाप को नियंत्रित करता है और थायरॉयड ग्रंथि को उत्तेजित करता है।



Matsyasana (Fish pose)

Benefits: It strengthens the spine and abdominal muscles. This asana is very good for thyroid function. It opens up the spine making it more flexible. It is said that the practitioner of this asana never suffers a stroke.

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मत्स्यासन (मछली मुद्रा)

लाभ: यह रीढ़ और पेट की मांसपेशियों को मज़बूत करता है। यह आसन थायरॉइड क्रिया के लिए बहुत अच्छा है। यह रीढ़ को खोलता है इसे और अधिक लचीला बनाता है। ऐसा कहा जाता है कि, इस आसन का अभ्यास करने वाले को कभी भी स्ट्रोक नहीं होता है।



Balasana (Child Pose)

Benefits: The biggest benefit of Balasana is that it repairs the abdominal muscles, which work to strengthen the digestive system by removing waste material from the body. It also इन्क्रेअसेस immunity power. It stretches your lower back and spine which will make you feel completely relaxed.

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बालासन (बाल मुद्रा)

लाभ: बालासन का सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि, यह पेट की मांसपेशियों को दुरुस्त करता है जो शरीर से अपशिष्ट पदार्थ को हटाकर पाचन तंत्र को और मज़बूत करने का काम करती हैं। यह रोग प्रतिरोधक शक्ति को भी बढ़ाता है। यह आपकी पीठ के निचले हिस्से और रीढ़ को फैलाता है जिससे आपको पूरी तरह से आराम महसूस होगा।

Disclaimer

Yogasana has therapeutic value but it shouldn’t be practiced without training. Also, not all yogasana are suitable for everyone.

अस्वीकरण

योगासन का चिकित्सीय महत्व है लेकिन इसे बिना प्रशिक्षण के नहीं करना चाहिए। साथ ही, सभी योगासन सभी के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं।



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