Assam: BJP विधायक की गाड़ी से मिली EVM
असम/गुवाहाटी: बृहस्पतिवार Assam विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 77.21 प्रतिशत मतदान हुआ। दूसरे चरण के चुनाव में 13 जिलों में 10,592 मतदान केंद्रों पर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। BJP विधायक की कार में EVM मिलने से राजनीति तेज़ हो गई है। दोबारा मतदान कराने का फैसला लिया गया: सूत्र
दोबारा मतदान कराने का फैसला लिया गया:
ANI के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार Asam में EVM (Electronic Voting Machine) मामले में चुनाव आयोग ने बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की है। समाचार एजेंसी ANI ने चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से जानकारी दी है कि भारत निर्वाचन आयोग (ECI) के चार अधिकारियों को असम ईवीएम मामले में सस्पेंड कर दिया है। चुनाव आयोग ने बताया कि परिवहन प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने के लिए पीठासीन अधिकारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। साथ ही पीओ और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित किया गया है। हालांकि, EVM की सील बंद मिली, लेकिन LAC 1 रतबाड़ी(एससी) के इंदिरा एमवी स्कूल, संख्या 149 पर दोबारा मतदान कराने का फैसला लिया गया है।
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रास्ते में पोलिंग पार्टी की गाड़ी का हुआ था accident
चुनाव आयोग ने असम में EVM से जुड़ी घटना पर तथ्यात्मक रिपोर्ट जारी की है। चुनाव आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि पोलिंग पार्टी 149-इंदिरा एमवी स्कूल ऑफ एलएसी 1 रतबारी (SC) का रास्ते में एक्सीडेंट हो गया था। उस पोलिंग पार्टी में एक पीठासीन अधिकारी और 3 मतदान कर्मी शामिल थे। उनके साथ एक कांस्टेबल और एक होमगार्ड शामिल पुलिस कर्मी भी थे।
EVM पकड़े जाने से राजनीति हुई तेज़
असम में दूसरे चरण का मतदान संपन्न होने के कुछ घंटे बाद, सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आने से हड़कंप मच गया। इसमें कथित रूप से पथराकंडी के भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल की कार में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) दिखाई दे रही थी। इस वीडियो को असम के पत्रकार अतनु भुयान ने ट्वीट किया, जो कि देखते ही देखते वायरल हो गया। उन्होंने उल्लेख किया था कि इस घटना के बाद "पथराकंडी में स्थिति तनावपूर्ण है"। भाजपा विधायक की कार में ईवीएम मिलने के बाद राजनीति तेज हो गई है।
चुनाव आयोग ने जांच शुरू की
भाजपा उम्मीदवार की कार में ईवीएम मिलने के मामले में चुनाव आयोग ने जांच शुरू की। चुनाव आयोग (Election Commission) को भाजपा विधायक की गाड़ी में ईवीएम मिले जाने की अब तक जो रिपोर्ट आई है, उसके मुताबिक असम में पोलिंग पार्टी की गाड़ी खराब हो गई थी जिसके बाद पीठासीन अधिकारी ने भाजपा विधायक की गाड़ी में लिफ्ट लेने की बात कही है। चुनाव आयोग के सूत्रों के मुताबिक, लिफ्ट लेकर जब भाजपा विधायक की गाड़ी से पोलिंग पार्टी लौट रही थी तभी स्थानीय लोगों ने देख लिया और गाड़ी रोक दिया। पोलिंग पार्टी के सदस्यों को स्थानीय लोगों ने गाड़ी से निकाल दिया और भीड़ हिंसात्मक भी होने लगी। जिससे माहौल काफी बिगड़ गया।
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चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि ईवीएम उनकी कार में क्यौं और कैसे: कांग्रेस
चुनाव आयोग को मिली सूचना के मुताबिक जो ईवीएम बीजेपी विधायक की गाड़ी से मिली है वोटिंग के बाद की है। हालांकि रिपोर्ट के मुताबिक ईवीएम की सील नहीं टूटी है। इस बीच चुनाव आयोग को जिला निर्वाचन अधिकारी से दूसरी रिपोर्ट का भी इंतजार है। कांग्रेस ने BJP MLA की कार से ईवीएम मिलने का आरोप लगाया। चुनाव आयोग से इस मामले पर जवाब मांगा है। बताया गया कि ये ईवीएम वोटिंग के बाद बीजेपी उम्मीदवार की कार में मिली है। कांग्रेस नेता सरल पटेल ने एक ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी थी और कहा कि कृष्णेंदू पॉल के कार से ईवीएम पाई गई है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि ईवीएम उनकी कार में क्यौं और कैसे हैं। इस मामले की जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधा
घटना को लेकर भाजपा पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग को इस तरह की शिकायतों पर निर्णायक रूप से काम करना चाहिए और सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम की जरूरतों के उपयोग का गंभीरतापूर्वक पुनर्मूल्यांकन किया जाना चाहिए। प्रियंका ने यह भी कहा कि भाजपा अपने मीडिया तंत्र का उपयोग उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है जिन्होंने उन्हें हारे हुए के रूप में उजागर किया। उन्होंने ट्वीट किया कि हर बार ईवीएम को ले जाते समय पकड़े गए निजी वाहनों का वीडियो आता है। अप्रत्याशित रूप से उनके पास निम्नलिखित चीजें हैं:
1. वाहन आमतौर पर भाजपा उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों के होते हैं।
2. वीडियो को एक घटना के रूप में लिया जाता है और अपभ्रंश के रूप में खारिज कर दिया जाता है।
3. बीजेपी अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है, जिन्होंने वीडियो को हारे हुए लोगों के रूप में उजागर किया।