किसानों द्वारा नई दिल्ली के सभी बॉर्डर को ब्लॉक करने का एलान
30 नवंबर 2020 नई दिल्ली:
केन्द्र सरकार सितंबर माह में 3 नए कृषि विधेयक Agriculture Bills लाई थी, जिन पर राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद वे कानून बन चुके हैं। लेकिन किसानों को ये कानून रास नहीं आ रहे हैं। उनका कहना है कि इन कानूनों से किसानों को नुकसान और निजी खरीदारों व बड़े Corporate घरानों को फायदा होगा। किसानों को फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) खत्म हो जाने का भी डर है।
विभिन्न राज्यों के कई किसान और किसान संगठन लगातार तीनों कृषि कानूनों को विरोध कर रहे हैं, खासकर पंजाब-हरियाणा के किसान। पंजाब के किसान तो विरोध में लगातार आंदोलन छेड़े हुए हैं। बता दें कि किसानों के अलावा केन्द्र सरकार के अंदर भी इन बिलों पर समर्थन हासिल नहीं हुआ और राजग के सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल ने भी विरोध में खुद को राजग से अलग कर लिया। नतीजा यह रहा कि केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया।
केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। आंदोलन कर रहे किसानों ने अब दिल्ली को ब्लॉक करने का ऐलान कर दिया है। नये कृषि कानूनों के खिलाफ राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर पिछले चार दिनों से प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों के उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी स्थित मैदान में जाने के बाद बातचीत शुरू करने के केंद्र के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया, और कहा कि वे कोई सशर्त बातचीत स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि वे राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आने वाले सभी पांच प्रवेश मार्गो को अस्थायी तौर पर बंद कर देंगे। रविवार तक सिर्फ सिंघु बॉर्डर और टिकरी बॉर्डर ब्लॉक थे, लेकिन अब गुरुग्राम, गाजियाबाद और फरीदाबाद से राजधानी को जोड़ने वाले राजमार्गों को किसानों द्वारा ब्लॉक किया जाएगा। किसानों ने प्रदर्शन के लिए बुराड़ी जाने से मना कर दिया तो देर रात भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के घर पर उच्चस्तरीय बैठक भी हुई जो करीब 2 घंटे तक चली, ज़ाहिर हैं क़ि किसानों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन को रोकने एवं किसानों की जायज़ मांगों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार द्वारा भी इसको रोकने क़ि कोशिश जारी है। आज भी यह प्रदर्शन जारी रहेगा।
दिल्ली की सभी सीमाओं पर किसानों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन के मद्देनजर दिल्ली के नॉर्दर्न रेंज के ज्वाइंट सीपी सुरेंद्र यादव ने कहा कि हालात शांतिपूर्ण और नियंत्रण में हैं। हम किसानों के संपर्क में हैं, हमारा उद्देश्य कानून और व्यवस्था क़ायम रखना है। हमने पर्याप्त बलों की तैनाती कर रखी है।
दिल्ली की सीमा पर किये जा रहे किसानों के आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट जारी कर दिया है। किसान प्रदर्शन को देखते हुए सिंघु बॉर्डर दोनों ओर से पूरी तरह से बंद है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस द्वारा अपील की गयी है क़ि कृपया वैकल्पिक रास्ता चुनें। ट्रैफिक को मुकरबा चौक से जीटीके रोड शिफ्ट किया गया है। ट्रैफिक बहुत अधिक है, इसलिए कृपया सिग्नेचर ब्रिज से रोहिणी और रोहिणी से सिग्नेचर ब्रिज और जीटीके रोड, एनएच 44 और सिंघू बॉर्डर तक आने-जाने के लिए आउटर रिंग रोड से बचें।
किसान प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक मूवमेंट के लिए टिकरी सीमा भी बंद है। हरियाणा जाने के लिए झारोदा, धानसा, दरौला, झाटीखेड़ा, बादुसरी, कपासहेड़ा, रजोकरी NH-8, बिजवासन, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं।
केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी रखते हुए किसानों ने दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा को भी घेर रखा है, दिल्ली-उत्तर प्रदेश की सीमा पर भी किसानों ने धरने पर बैठे हुए (गाजीपुर-गाजियाबाद) पर रात बितायी।
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Abid Ali
Editor
GNN