भारतीय वायुसेना में अम्बाला एयरबेस पर विधिवत रूप से शामिल होंगे पांच राफेल जेट विमान
जुलाई में France से अंबाला एयरबेस पहुंचे पांच राफेल लड़ाकू विमान को आज विधिवत रूप से Airforce में शामिल किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसके लिए अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे।
भारतीय वायुसेना में अब Rafale Jet प्लेन को विधिवत रूप से शामिल किया जाएगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह राफेल विमानों को आज प्रातः 10 बजे भारतीय वायुसेेना में औपचारिक रूप से शामिल कराएंगे। इन पांचों विमानों को 29 जुलाई को फ्रांस से अंबाला एयरबेस पर लाया गया था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व उनके साथ फ्रांस की मिनिस्टर ऑफ आर्म्ड फोर्सेज़ फ्लोरेंस पैली, रक्षा स्टाफ के प्रमुख जनरल बिपिन रावत, एयर चीफ मार्शल आर0के0एस0 भदौरिया और रक्षा सचिव अजय कुमार समारोह में भाग लेंगे।
आईएएफ के एक प्रवक्ता ने कहा की भारतीय वायुसेना के इतिहास में पहली बार “कार्यक्रम में राफेल विमान का औपचारिक अनावरण एक पारंपरिक सार्वा धर्म पूजा, राफेल और तेजस विमान के साथ-साथ सारंग एयरोबैटिक टीम द्वारा हवाई प्रदर्शन भी शामिल होगा।”
राफेल विमान की विशेषता यह है कि फ्रांसीसी एयरोस्पेस प्रमुख डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित राफेल जेट को जमीनी ठिकानों पर हवाई-श्रेष्ठता और सटीक हमलों के लिए जाना जाता है। राफेल जेट में कई शक्तिशाली हथियारों को ले जाने की क्षमता है। जिससे वे वास्तव में मल्टीरोल जेट बन जाते हैं।
भारत ने फ्रांस से 36 राफेल जेट की खरीददारी की है , जिसमे 30 लड़ाकू जेट और छः ट्रेनर जेट होंगे। ट्रेनर जेट दो सीट वाले होंगे। जिसमें लड़ाकू जेट की सभी विशेषताएं होंगी।
चार से पांच राफेल जेट का दूसरा बैच नवंबर तक आने की सम्भावना है। राफेल जेट का पहला स्क्वार्डन अम्बाला हवाई अड्डे पर तैनात किया जाएगा और दूसरा पश्चिम बंगाल के हासीमारा में स्थित होगा।