Kangna Ranaut v/s Sanjay Raut या केंद्र सरकार बनाम राज्य सरकार
हाल ही में हुई बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से लगातार कई सारे मीडिया चैनलों के पास शायद कोई ख़बर ही नही बची है, जैसे TRP बढ़ाने की होड़ लगी है, TV का रिमोट उठाइये और खुद ही देख लीजिए, शायद कुछ चैनल अलग हो सकते है, पर अधिकतर चैनलों पर सुशांत सिंह ही छाए हैं। धन्य हो मीडिया बाबा सुशांत को ज़िंदा रहते इतनी ख्याति नही मिली जितना उसकी मौत के बाद मुनाफाखोर चैनलों ने दे दी। CBI को अपना काम करने दो भई।
अब आते हैं सोशल मीडिया पर जहां पर आज कल एक अभिनेत्री की जंग एक राजनेता से चल रही है जिसमें जीत और हार के रुझान आने भी शुरू हो चुके हैं। फिल्मी जगत से ही आती हैं एक अभिनेत्री, जिनका नाम है Kangna Ranaut जो कि इस Covid-19 कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के दौर में Bollywood और ड्रग्स के connections का मुद्दा लेकर सुशांत सिंह के मामले में tweet कर देती हैं और फिर शुरू होता है एक नया मुद्दा जो कि केंद्र सरकार बनाम राज्य सरकार(महाराष्ट्र) बनता दिखाई दे रहा है। जी हां! हम बात कर रहे हैं Kangna Ranaut की, जिनके अभी तक के पूरे tweet प्रकरण में अगर फायदा कहिये या फिर राजनीतिक सफ़र की शुरुआत, आज केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से Y श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है, जहां तक मेरा अपना मानना है कि Kangna को शायद इसकी जरूरत भी थी। जिसको ग्रह मंत्रालय ने इतनी जल्दी संज्ञान में ले लिया वरना पता नही क्या होता, कितने मामलों में इतनी त्वरित कार्यवाही हो पाना संभव नही हो पाता है, क्योंकि पूरे भारत से तमाम प्रार्थना पत्र ग्रह मंत्रालय के पास जाते हैं पर सभी पर कार्यवाही कर पाना संभव नही होता है न, तो यह मान लिया जाए कि यह मामला कुछ तो स्पेशल था।।।
आइये जानते हैं, क्या है मामला!!!
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से ही उनकी मौत का प्रकरण गरमाया हुआ है और बहुत चर्चा में भी है, सिर्फ कुछ मीडिया चैनलों पर। जिसमे बॉलीवुड में भी कुछ राजनीतिक पार्टियों की तरह Nepotism (भाई-जातिवाद) व ड्रग्स एवं नशे के कारोबार का मुद्दा उठाने को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री Kangna Ranaut काफ़ी नम्वर बना रही हैं क्योंकि अब यह मुद्दा राजनीतिक रूप ले रहा है। इस मुद्दे के बाद से करीना कपूर खान, सोनम कपूर, आलिया भट्ट, और करन जौहर को भी सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा चुका है। ड्रग्स और nepotism को लेकर कंगना द्वारा लगातार हमलावर होने के बाद से कंगना ने कई ट्वीट कर डाले।
कंगना ने अपने एक ट्वीट में फ़िल्म इंडस्ट्री को निशाना बनाते हुए यह लिख दिया कि “इनकी औक़ात नही है कि इंडस्ट्री में सौ सालों में एक भी फ़िल्म मराठा प्राइड पर बनाई हो। मैंने Islam डोमिनेट इंडस्ट्री में अपनी जान और करियर को दांव पर लगाकर शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पर फ़िल्म बनाई और महाराष्ट्र के इन चहेतों व ठेकेदारों ने आज तक महराष्ट्र के लिए किया ही क्या है।” जिसके कारण एक धड़ा जो कंगना के साथ है वहीं दूसरा धड़ा कंगना के विरोध भी करता नजर आ रहा है।
इसके तुरंत बाद कंगना द्वारा एक ट्वीट और आता है जिसमे कहती हैं कि “सभी चापलूस अपना प्यार महाराष्ट्र के लिए दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, इन्हें पता होना चाहिए कि मैं पहले अभिनेत्री एवम निर्देशक हूँ। हिंदी सिनेमा के इतिहास में जिसने मराठा के गौरव शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई को बड़े पर्दे पर उतारा। जिसके लिए मुझे इन्हीं लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा था।”
अब बवाल तो होना लाज़मी था, बात उठी है तो दूर तक जाएगी । फिलहाल इन सब मामलों के बाद कंगना ने एक ट्वीट और जड़ दिया कि “उन्हें मूवी माफ़ियाओं से ज़्यादा डर मुम्बई पुलिस से लगता था।” अब क्या था बात यह हो गयी कि इस निंदनीय टिप्पणी का खामियाज़ा तो अब भुगतना ही पड़ेगा और वह भी मुम्बई पुलिस के लिए टिप्पणी। यहां से बनता है यह राजनैतिक मुद्दा अब महाराष्ट्र के राज्यसभा सांसद, शिवसेना के नेता एवं महाराष्ट्र के अख़बार सामना के कार्यकारी संपादक संजय राजाराम राउत और कई मंत्री आ गए मैदान में यहां तक कि गृह राज्यमंत्री अनिल देशमुख भी बोल पड़े।
संजय राउत ने अपने मुखपत्र सामना के ज़रिए कहा था कि “मुम्बई में रहते हुए मुम्बई पुलिस की आलोचना करना और कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। हम उनसे आग्रह करते हैं वह मुम्बई न आयें। यह मुम्बई पुलिस की बेइज़्ज़ती है। ग्रह मंत्रालय को इस पर एक्शन लेने चाहिए।”
संजय राउत के बयान के बाद फिर से कंगना का यह कहना कि “संजय राउत ने मुझे खुले तौर पर धमकी दी है कि मैं मुम्बई वापस न आऊं, पहले मुम्बई की सड़कों पर आज़ादी के नारे लगाए गए और अब खुली धमकी दी जा रही है। मुझे POK (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) जैसी फीलिंग क्यों लग रही है???”
अब क्या था शरू हो गया सियासी खेल आरोपों और प्रत्यारोपों का। कंगना ने बिना देर किए मांग ली सुरक्षा केंद्रीय गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री मोदी जी से और वो भी चॉइस के साथ कि सुरक्षा हिमाचल प्रदेश पुलिस या केंद्र सरकार पुलिस की ही हो।
हालांकि इतना कुछ के बाद भी कंगना का एक नया संदेश आया कि 9 सितंबर को खुलेआम मुम्बई आ रही हूँ। और मुम्बई एयरपोर्ट उतरते ही टाइम पोस्ट करेंगी। अगर किसी के बाप में दम हो तो रोक ले। अब भई जब सैयां भये कोतवाल तो डर काहे का। अगर किसी पर देश के प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री का हाथ हो तो, है किसी की मजाल की कोई कुछ भी कह दे।
फ़िलहाल ज़रा संभल कर कंगना जी यह शिव सेना है, कुछ बताने की ज़रूरत नहीँ, खैर अब संजय राउत कहाँ चुप बैठने वाले। आ गया जवाब “मैं नाम नही लूंगा लेकिन मैं खोखली धमकियां नही देता, क्योंकि में कार्यवाही में विश्वास रखता हूँ मैं शिव सैनिक हूँ।” कुछ इस तरह से दिखे तेवर संजय राउत के हमारे News Nation के पत्रकार साथी को कंगना रनौत के लिए।
अब इतनी ज़ुबानी जंग के बाद सफाई तो पेश होनी ही थी। लो भई आ गए भाजपा नेता भी मैदान में, भाजपा नेता आशीष शेलार ने अपनी पार्टी को तो अलग कर लिया कंगना की इस टिप्पणी से, पर आज दिनांक 07 सितम्बर 2020 को ग्रह मंत्रालय की ओर से कंगना को Y श्रेणी की सुरक्षा दे दी गयी है। जिसके बाद कंगना ने Tweet कर केंद्रीय ग्रह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद व आभार प्रकट किया।
फिलहाल 9 सितम्बर 2020 को देखते हैं क्या होता है??यह क्या हो रहा है हमारे देश में। किस दिशा में जा रहे हैं हम सब??? कोई सर पैर है ही नही इसके पीछे की रणनीति किया है। मुद्दा क्या होता है बहस किन मुद्दों पर होती है यह तय करना होगा। जागना होगा नींद से अब खोलनी होंगी आंखें अब।
फिलहाल CBI अपना काम कर रही है।।।
आबिद अली
सम्पादक
(GNN)